मसअला 471. वह औरतें जो विषेश दिन की आदत वाली हैं। यानि जिनके मासिक धर्म की संख्या दो महीनों में लगातार एक जैसी रही हो मगर समय बदल जाता हो तो उन्हे चाहिए कि वह उन कुछ दिनों में मासिक धर्म के आदेशों का पालन करें।
मसअला 472. जो औरतें ख़ून से पवित्र नही होती लेकिन दो महीने लगातार उनको जो ख़ून आता है उसमें कुछ दिन मासिक धर्म की निशानियां और बाक़ी में इस्तेहाज़ा की निशानियां पाई जाती हैं, जिन दिनों में मासिक धर्म की निशानियां पाई जाती हैं वह दिन दोनो महीनो में बराबर हैं केवल उनका समय एक जैसा नही है तो जिन दिनों में ख़ून में मासिक धर्म की निशानियां पाई जाएं वह औरते उन्हीं दिनों को मासिक धर्म मानें।
मसअला 473. विषेश दिन की आदत वाली औरतों को अगर अपनी आदत से अधिक ख़ून आए और दस दिन से अधिक ख़ून आ जाए तो अगर सारा ख़ून एक ही प्रकार का हो तो जिस दिन से ख़ून देखा है उस दिन से अपनी आदत के दिनों तक को मासिक धर्म माने और बाक़ी को इस्तेहाजा, और अगर कुछ दिन ख़ून में मासिक धर्म की निशानियां हो तो उन दिनों को मासिक धर्म माने और अगर उसकी आदत के दिनों से अधिक हो तो उसके आख़िर से कम कर दे। और अगर आदत के दिनो से कम हो तो उन दिनों को और दूसरे कुछ दिनों को मिलाकर मासिक धर्म माने, लेकिन आदत के अतिरिक्त केवल उतने दिनों को बढ़ाए जिस से आदत के दिनों की संख्या पूरी हो जाए और बाक़ी को इस्तेहाज़ा माने।