222-219 (6) दो तिहाइ होना

SiteTitle

صفحه کاربران ویژه - خروج
ورود کاربران ورود کاربران

LoginToSite

SecurityWord:

Username:

Password:

LoginComment LoginComment2 LoginComment3 .
SortBy
 
तौज़ीहुल मसाएल
218-215 (5) इन्क़ेलाब224-223 (7) इन्तेक़ाल
मसअला 219. अंगूर का शीरा आग पर उबाल खाने के कारण से अपवित्र नही होता लेकिन उसका खाना हराम है, हां अगर इतना उबाल खा जाए कि दो तिहाई भाप में बदल जाए और केवल एक तिहाई रह जाए तो हलाल है और अगर अपने आप उबाल खा जाए और मस्त करने वाला भी हो तो अपवित्र भी है और हराम भी केवल सिरका हो जाने से यह पवित्र और हलाल नही होगा।
मसअला 220. अगर कुछ अंगूर के गुछ्छों के बीच अंगूर के दाने भी हों और उन सब का रस इस प्रकार लिया जाए आबख़ोरा कहा जाने लगे तो उबाल खा जाने के कारण से अपवित्र या हराम नही होता।
मसअला 221. जिस चीज़ के बारे में पता न हो कि कच्चे अंगूर हैं या पके हुए अंगूर तो अगर आग पर उबाल खा जाए तो हराम नही होता।
मसअला 222. जो शीरा बाज़ार से ख़रीदते हैं और जानते हैं कि बेचने वाला इन मसअलों को जानता है तो वह पवित्र और हलाल है छानबीन की आवश्यकता नही है।
218-215 (5) इन्क़ेलाब224-223 (7) इन्तेक़ाल
12
13
14
15
16
17
18
19
20
Lotus
Mitra
Nazanin
Titr
Tahoma