मसअला 344. आठ चीज़ों से वज़ू टूट जाता है।
1. पेशाब निकलना।
2. पाख़ाना निकलना।
3. वह हवा जो पाख़ाने के स्थान से निकलती है।
4. वह नींद जो अक़्ल पर अधिकार कर ले और उसके कारण न आँख देख सके और न कान सुन सके, लेकिन अगर आँख न देखे और कान सुन रहे हों तो वज़ू नही टूटता है।
5. वह सारी चीज़े जो अक़्ल को समाप्त कर देती हैं जैसे मस्ती, बेहोशी, पागलपन (एहतियाते वाजिब के अनुसार)
6. इस्तेहाज़ा जिस की विस्तिरित जानकारी आगे आएगी
7. जिस काम के लिए ग़ुस्ल की आवश्यकता पड़े जैसे जनाबत
8. मरे इन्सान के शरीर को छूना।