48इमाम इस्लाम को सबसे ज़्यादा जानने वाला होता है।
हमारा अक़ीदह है कि इमाम इस्लाम के तमाम उसूल व फ़रूए,अहकाम,क़वानीन,क़ुरआने करीम के मअना व तफ़्सीर का मुकम्मल तौर पर आलिम होता है,और यह तमाम उलूम इमाम को अल्लाह की तरफ़ से हासिल होते हैं और पैग़म्बरे इस्लाम के वसीले से उन तक पहुँचते हैं।
हाँ ऐसा ही इल्म मुकम्मल तौर पर मौरिदे एतेमाद बन सकता है और इस के ज़रिये ही इस्लाम के हक़ाइक़ को समझा जा सकता है।